Thursday 19 April 2012

नया साल

कर अतीत को याद हम थोडा रोले,थोडा हंस ले।
नए साल में आवो फिर से कोई बढ़िया सबक ले।

बीत गया सो बीत गया।
जैसा गया पर ठीक गया।
यही सोच हम आपने बुरे वक्त को भूले।

सजाये फिर से नए सपने,
जगाये दिल में नए अरमान।
पुरे विश्वास से भरे,
कल्पनो की नई उड़ान।
बांटे सबका दुःख-दर्द गम अपना-उनका भी पी ले।

खुश रहे हर-पल औरो को भी ख़ुशी दे।
संतोष मन से कहे सदा स्वीकार हमे खुदा तू जो भी दे।
आ सके कुछ औरो के भी काम थोडा ऐसा जीवन भी जी ले।

ऐसे प्रभु के छत्र -छाया में हमारे हर साल हो।
सुख-समृधि,कुशल-मंगल,आनंदमय,उल्लास भरा ये नए साल हो
नए साल की बहुत-बहुत बधाई ....शुभकामनाये ....
वैभव शिव पाण्डेय "क्रांति"

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