अन्ना तो एक आग है
अन्ना तो एक आग हैं ,आग हैं, आग है।भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बुलंद आवाज हैं।
अन्ना तो एक........लोकपाल बनके रहेगा ,बनके रहेगा ,बनके रहेगा।भ्रष्टाचारियों के गले में फंदा कसेगा ।
हुआ देखों देश में यह शंखानाद हैं।
अन्ना तो एक....ये आंदोलन अब न रुकेगा ,न रुकेगा ,न रुकेगा।
जब तक लोकपाल हमें न मिलेगा ।
चहूं ओर अब बस यही जन आलाप हैं।
वैभव शिव पाण्डेय ,भिलाई (छ.ग.)
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