१५ अगस्त सिकड़ियों में सिसकती भारत मां आज भी अपने बेंटो की ओर निहार रही हैं।
आजादी तो मिली हमें पर भारत मां आज भी कुर्बानियां पुकार रही हैं।
अंग्रेजों को भगाया,अब भ्रष्टाचार,आंतकवाद ,नक्सलवाद को भगाना हैं।
उबलते लहू और देश प्रेम के जज्बात,फिर झकझोर जगाना हैं।
फिर याद करो भगत की फांसी, आजाद और गांधी ।
क्या आज मिली हैं सोचो असल आजादी।
नापाक नीतियों और मंसुबों को करो ध्वस्त ।
सिर उठाओ, सीना फुलाओ,फिर मनाओं गर्व से १५ अगस्त ॥
शशिकांत तिवारी अभी तक
आजादी तो मिली हमें पर भारत मां आज भी कुर्बानियां पुकार रही हैं।
अंग्रेजों को भगाया,अब भ्रष्टाचार,आंतकवाद ,नक्सलवाद को भगाना हैं।
उबलते लहू और देश प्रेम के जज्बात,फिर झकझोर जगाना हैं।
फिर याद करो भगत की फांसी, आजाद और गांधी ।
क्या आज मिली हैं सोचो असल आजादी।
नापाक नीतियों और मंसुबों को करो ध्वस्त ।
सिर उठाओ, सीना फुलाओ,फिर मनाओं गर्व से १५ अगस्त ॥
शशिकांत तिवारी अभी तक
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